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क्या अब SORA AI बनाएगी सभी फ़िल्में, क्यों उड़ चुकी है फिल्म डायरेक्टरों की नींद

SORA AI इस आर्टिकल के लिखे जाने तक पब्लिक के लिए रिलीज़ नहीं किया गया है पर इसकी एक झलक पूरी दुनिया को देखने को जरूर मिल गयी है जिसको देखने के बाद आपको विश्वास नहीं होगा की कैसे SORA केवल कुछ शब्दों से एक पूरे वीडियो को तैयार कर सकता है। और वीडियो भी ऐसा जिसकी कल्पना करना भी असंभव लगता है। 

SORA AI को आप एक कहानी सुनाइए और आपके सपनों की दुनिया को सोरा एक वीडियो में तब्दील कर देगा। पहले किसी फिल्म को बनाने के लिए कहानी, किरदार, कलाकार, क्रू, कैमरा, लोकेशन, लाइटिंग, सेट्स और पता नहीं क्या क्या चाहिए होता था। लेकिन अब आप कहानी बताइये और सीन समझाइये और सोरा अपने काम पर लग जायेगा। और केवल इतना हीं नहीं आपके कलाकार भी सोरा तैयार कर देगा वो भी दिखने में ऐसे जो एक जीते जागते इंसान जैसा दीखते हों। 

हम और आप जैसे लोग तो असल इंसानो और सोरा द्वारा बनाये गए इंसानों में फर्क बिलकुल नहीं बता पाएंगे। आज आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस इस स्तर पर पहुँच गया है की वीडियो में दिख रहा व्यक्ति भले हीं असल दुनिया का हिस्सा न हो, पर वीडियो में वह एक जीता जागता इंसान जैसे दिखाई देता है। इन वीडियो को देख कर आम लोगों का तो पता नहीं पर हॉलीवुड डायरेक्टर और फिल्म निर्माताओं की रातों की नींद जरूर उड़ गयी है। 

हॉलीवुड एक्टर और निर्माता टाइलर पैरी

हॉलीवुड के फिल्म निर्माता और एक्टर टाइलर पैरी, ओपन एआई द्वारा रिलीज़ की गयी कुछ वीडियोस को देखकर इस कदर विचलित हुए की उन्होंने अपने फिल्म स्टूडियो का एक्सपैंशन प्लान भी कैंसिल कर दिया। वे अपने नए स्टूडियो को बनाने के लिए आठ सौ मिलियन डॉलर का खर्चा करने वाले थे पर हॉलीवुड रिपोर्टर को दिए एक इंटरव्यू में टाइलर पैरी कुछ ऐसा कहते हैं 

पहले मैंने सिर्फ केवल सुना था की ये सॉफ्टवेयर कुछ ऐसा बना सकती हैं या कुछ ऐसा कर सकती हैं पर इन वीडियोस और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की कैपेबिलिटी को देख कर मेरे होश उड़ चुके हैं।

Tyler Perry

टाइलर अपने फिल्म इंडस्ट्री के बाकि कलाकारों और फिल्म वर्कर्स के लिए भी चिंतित दीखे। उनका कहना था की हमारी आँखों के सामने इतने बड़े बड़े बदलाव हो रहे हैं और अब वक़्त आ गया है की हम इंडस्ट्री में काम कर रहे सभी लोगों के बारे में भी सोचें। लेकिन ऐसा क्या देख लिया था टाइलर पेरी ने जो वो इतना परेशान हो गए। 

सोरा के निर्माता OpenAI ने 15 फेब्रुअरी 2024 को अपने ट्विटर अकाउंट पर कुछ वीडियो शेयर किये थे। उसका कहना था की ये सभी वीडियो उसके आर्टफिशल इंटेलिजेंस वीडियो जनरेटर सोरा ने तैयार किये हैं। नीचे हमने ओपन एआई द्वारा शेयर की गई कुछ ट्वीट्स डालीं हैं। आप खुद हीं देख लीजिये और फिर इस बात पर जरा विचार करिये की ये वीडियो एक सॉफ्टवेयर और मशीन यानि कंप्यूटर ने तैयार किये हैं। 

इन वीडियोस को पहले भी बनाया जाता था पर इनको बनाने के लिए महीनों की मेहनत लगती थी। इनको बनाने के लिए कम्प्यूटर्स का इस्तेमाल तो होता था पर इन वीडियोस को तैयार करने के लिए इंसान हीं काम करते थे। लेकिन अब आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस यानि सोरा जैसे मशीन लर्निंग अल्गोरिदम इस काम को घंटो या मिनटों में निपटा सकते हैं।

यानि इंसानों द्वारा किये जाने वाले काम को और भी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। हाँ और सबसे बड़ी बात यह की ऐसा करने के लिए उन्हें इंसानो की जरूरत नहीं पड़ती। इन सब मशीन लर्निंग अल्गोरिदम के बारे में आप कुछ नहीं जानते तो आपके मन में यह ख्याल जरूर आ रहा होगा जी आखिर ये अल्गोरिदम काम कैसे करते हैं।

चलिए एक एक्जामपल यानि उद्हारण द्वारा समझते हैं की मशीन लर्निंग क्या होती है। आपने एक एटीएम से पैसा तो जरूर निकाला होगा। हमें एक एटीएम मशीन को बटन दबा कर ऑपरेट करते हैं क्योंकि वह मशीन हमसे बात नहीं कर सकती। मशीनों और मनुष्यों में ये सबसे बड़ी समस्या थी की मशीन हमारी भाषा को समझ नहीं सकते थे। लेकिन अब आप अपने फ़ोन में मौजूद गूगल असिस्टेंट से बड़े आसानी से बात करके उसे अपनी बात समझा सकते हैं। 

मशीन अब इंसानो की भाषा को सुनकर उसे ऐसे कोड में बदल देते हैं जिससे मशीन को कमांड दिया जा सकता है। यानि सरल शब्दों में कहें तो मशीन अब आपकी बात को बड़ी आसानी से समझ सकते हैं। यानि मशीनों और इंसानो के बीच बातचीत का रास्ता साफ़ हो गया है अब आपको मशीनों से बात करने के लिए एक एटीएम मशीन की तरह बटन नहीं दबाना पड़ता। 

लेकिन सोरा इंसानो की बात को समझ तो सकता है पर उसे वीडियो में कैसे तब्दील करता है?, यह सवाल आपके दिमाग में जरूर आ रहा होगा। मशीन लर्निंग अल्गोरिदम के आने से पहले कंप्यूटर किसी असल दुनिया की वस्तु को पहचान नहीं पाते थे। 

यदि एक सेब की तस्वीर को आप एक पांच साल के बच्चे को दिखाकर आप उस से यह पूछें की तस्वीर में क्या है तो वो आपको बड़ी आसानी से बता देगा की वह एक सेब है। वह ऐसा इस लिए कर पाता है क्योंकि उसे पता होता है की एक सेब की आकृति कैसी होती है और उसका रंग कैसा होता है। उसने अपनी जिंदगी में कम से कम एक सेब तो देखा हीं होता है। 

मशीनों को भी यदि एक सेब की तस्वीर दी जाए और पुछा जाए की वह क्या है तो आज से पहले वो इस सवाल का जवाब नहीं दे पाते थे। लेकिन अब यह समझाने के लिए उन्हें करोड़ों सेबों की तस्वीरों का डाटा दिया जाता है। और उन्हें उस डाटा में एक ख़ास पैटर्न को ढूंढना होता है। जितने ज्यादा तस्वीरों को एक मशीन ऐनेलाइज़ करेगी वह उतने बेहतर तरीके से उसे पहचान पायेगी। सॉरा जैसे मशीन लर्निंग अल्गोरिदम को ट्रेन करने के लिए उन्हें इंटरनेट पर अपलोड किये गए अरबों तस्वीरों और वीडियोस का डाटा दिया गया था।

इस ट्रेनिगं के बाद मशीन एक सेब के तस्वीर को बड़ी आसानी से पहचान सकती थी। फिर जब मशीन को एक सेब की आकृति बनाने को कहा जाए तो वो उसे तैयार भी कर सकती है। जब सोरा के पुराने बनाये वीडियोस को आप देखेंगे तो आपको पता लग जाएगा की सोरा को शुरुआती दिनों में कम डेटा पर ट्रेन किया गया था। नीचे वाली वीडियो में आप देख सकते हैं की हॉलीवुड के अभिनेता विल स्मिथ नूडल खा रहें हैं। यह वीडियो सॉरा ने अपने शुरुआती दिनों में बनाया था जो कहीं से भी किसी जीवंत व्यक्ति के वीडियो जैसी तो नज़र नहीं आ रही।

आज की तारीख में सॉरा द्वारा बनाये गए उसी वीडियो को देखिये तो आपको पता लग जाएगा की सॉरा ने किस कदर अपने आप को बेहतर किया है। 

अभी की वीडियोस को देखकर तो ऐसा लगता है की भविष्य में सॉरा कहीं फिल्में भी न बनाने लग जाए। ऐसा होगा तो क्या एक फिल्म को बनाने के लिए महंगे महंगे फिल्म स्टार्स से लेकर कैमरा मैंन और स्टंट मैन जैसे लोगों की जरूरत होगी। इस सवाल का जवाब आप मुझसे बेहतर जानते हैं। फिलहाल तो सोरा को पब्लिक के लिए रिलीज़ नहीं किया गया है पर भविष्य में क्या होगा इसका हम और आप केवल अंदाज़ा हीं लगा सकते हैं।